OpenAI, Google और Perplexity ने भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) यूजर्स को आकर्षित करने के लिए अभूतपूर्व प्रतिस्पर्धा शुरू कर दी है। इन कंपनियों द्वारा दिए जा रहे फ्री ऑफर्स को विशेषज्ञ भारत जैसे बहुभाषी देश से बड़े पैमाने पर ट्रेनिंग डेटा जुटाने की रणनीति के रूप में देख रहे हैं।
भारत 73 करोड़ स्मार्टफोन यूजर्स के साथ दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल बाजार है। औसतन भारतीय हर महीने 21 जीबी डेटा का उपयोग करते हैं और प्रति जीबी केवल 9.2 सेंट चुकाते हैं, जो दुनिया में सबसे सस्ते डेटा दरों में से एक है। इसी कारण भारत वैश्विक टेक कंपनियों के लिए बेहद आकर्षक बाजार बन गया है।
कीमत के प्रति संवेदनशील यूजर्स को लुभाने के लिए Google ने नवंबर में रिलायंस जियो के 50 करोड़ ग्राहकों को 18 महीने के लिए 400 डॉलर का Gemini AI Pro सब्सक्रिप्शन मुफ्त देना शुरू किया। इसके अलावा, हाल ही में Google ने भारत को उन देशों की सूची में शामिल किया जहां उसका भारी छूट वाला “AI Plus” पैकेज उपलब्ध है।
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Sensor Tower के अनुसार, जियो ऑफर के बाद भारत में Gemini के दैनिक यूजर्स की संख्या 15% बढ़कर 1.7 करोड़ पहुंच गई, जबकि अमेरिका में यह संख्या केवल 30 लाख है। इससे भारत दोनों एआई चैटबॉट्स के लिए दैनिक यूजर्स के हिसाब से सबसे बड़ा बाजार बन गया है।
वहीं Perplexity ने एयरटेल यूजर्स के लिए अपने 200 डॉलर सालाना Pro टूल को एक साल के लिए मुफ्त कर दिया है। इसके चलते भारत अब Perplexity के वैश्विक दैनिक यूजर्स का एक-तिहाई से अधिक हिस्सा बन चुका है।
OpenAI की भारत प्रमुख प्रज्ञा मिश्रा ने कहा कि ChatGPT Go को मुफ्त करना “इंडिया-फर्स्ट प्रतिबद्धता” का हिस्सा है। हालांकि, एआई विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की भाषाई विविधता से मिलने वाला डेटा एआई मॉडल्स के लिए बेहद अहम है।
हैदराबाद के पीएचडी छात्र अनीस हसन जैसे यूजर्स इन फ्री प्लान्स से पढ़ाई और रिसर्च में फायदा उठा रहे हैं, लेकिन वे डेटा हार्वेस्टिंग को लेकर सतर्क भी हैं।
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