लोकतंत्र को जीवित रखने वाली शक्ति प्रेस ही है: स्टालिन देश स्टालिन ने राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर कहा कि लोकतंत्र में संस्थाएं कमजोर पड़ सकती हैं, लेकिन स्वतंत्र प्रेस ही लोकतंत्र को जीवित रखता है। उन्होंने निर्भीक पत्रकारों की साहसपूर्वक भूमिका की सराहना की।
दक्षिण अफ्रीका में गाजा से आए 150 से अधिक फिलिस्तीनियों वाले विमान की गुत्थी सुलझाने में जुटी सरकार विदेश