मोहन भागवत ने पड़ोसी देशों में अशांति को बताया ‘अराजकता की व्याकरण’ देश आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने पड़ोसी देशों में हिंसक अशांति को “अराजकता की व्याकरण” बताया, लोकतांत्रिक बदलाव पर जोर दिया और भारत की सुरक्षा, आत्मनिर्भरता और क्षेत्रीय स्थिरता के महत्व पर प्रकाश डाला।
मानवता को बचाने की ज़रूरत : सुप्रीम कोर्ट जज की चेतावनी – बुज़ुर्गों के सम्मान और सुरक्षा पर संकट देश
लालू परिवार में विवाद तेज़: तेजस्वी ने विपक्ष के नेता का पद ठुकराया, संजय यादव पर उठे सवालों का किया बचाव राजनीति