भारत की अग्रणी नवीकरणीय ऊर्जा कंपनी एसीएमई ग्रुप (ACME Group) ने घोषणा की है कि वह देश में ग्रीन स्टील (हरित इस्पात) के उत्पादन के लिए लगभग ₹5,000 करोड़ का निवेश करेगी। कंपनी ने इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए वियतनाम की स्टेवियन इंडस्ट्रियल मेटल (Stavian Industrial Metal) के साथ दीर्घकालिक उत्पाद आपूर्ति समझौते के लिए एक बाध्यकारी टर्म-शीट पर हस्ताक्षर किए हैं।
कंपनी के बयान के अनुसार, इस निवेश का उद्देश्य भारत को स्वच्छ और कार्बन-न्यून इस्पात उत्पादन की दिशा में आगे बढ़ाना है। एसीएमई ग्रुप इस परियोजना में अपने ग्रीन हाइड्रोजन और ग्रीन अमोनिया उत्पादन अनुभव का उपयोग करेगा ताकि इस्पात उत्पादन प्रक्रिया में फॉसिल फ्यूल पर निर्भरता कम की जा सके।
समझौते के तहत, स्टेवियन इंडस्ट्रियल मेटल कंपनी एसीएमई द्वारा निर्मित ग्रीन स्टील को लंबी अवधि तक खरीदने और वितरित करने की जिम्मेदारी निभाएगी। इससे न केवल भारत के स्टील निर्यात को नया प्रोत्साहन मिलेगा, बल्कि दक्षिण-पूर्व एशिया के बाजारों में भी भारत की ग्रीन स्टील उपस्थिति मजबूत होगी।
एसीएमई ग्रुप के चेयरमैन ने कहा, “हमारा लक्ष्य भारत को ग्रीन इंडस्ट्रियल ट्रांजिशन की दिशा में वैश्विक नेता बनाना है। ग्रीन स्टील उत्पादन न केवल पर्यावरण की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह आने वाले वर्षों में स्थायी औद्योगिक विकास का मार्ग भी प्रशस्त करेगा।”
विशेषज्ञों का मानना है कि यह निवेश भारत को 2030 तक नेट-जीरो उत्सर्जन लक्ष्यों के करीब ले जाने में अहम भूमिका निभा सकता है।