भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 23 पैसे की बढ़त के साथ 87.36 पर बंद हुआ। विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए भाषण में सुझाए गए जीएसटी सुधारों की उम्मीदों के चलते रुपये में सकारात्मक रुख देखा गया।
ट्रेडर्स का कहना है कि पीएम मोदी द्वारा जीएसटी प्रणाली को सरल, पारदर्शी और व्यवसाय के लिए अनुकूल बनाने पर जोर दिए जाने से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है। उनका मानना है कि यदि सरकार सुधारों को समयबद्ध तरीके से लागू करती है, तो इससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और विदेशी निवेशकों का आकर्षण भी बढ़ेगा।
करेंसी बाजार में शुरुआती कारोबार के दौरान रुपये में उतार-चढ़ाव देखने को मिला, लेकिन दिन के उत्तरार्ध में घरेलू शेयर बाजार की मजबूती और विदेशी पूंजी के प्रवाह से रुपये को सहारा मिला। डॉलर इंडेक्स में कमजोरी का असर भी रुपये की मजबूती पर देखा गया।
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वित्त विशेषज्ञों के अनुसार, यदि आने वाले महीनों में जीएसटी सुधारों पर ठोस कदम उठाए जाते हैं, तो रुपये की स्थिति और मजबूत हो सकती है। हालांकि, वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं और कच्चे तेल की कीमतों में उतार-चढ़ाव रुपये पर दबाव डाल सकते हैं।
पिछले कुछ हफ्तों में रुपये ने डॉलर के मुकाबले अपेक्षाकृत स्थिर प्रदर्शन किया है, लेकिन व्यापार घाटे और विदेशी पोर्टफोलियो निवेश में बदलाव जैसी चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं।