केरल के कन्नूर जिले में एक तीन वर्षीय बच्चे में एमीबिक संक्रमण (Amoebic Infection) की पुष्टि हुई है। यह जानकारी स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों और अस्पताल प्रशासन ने साझा की। बच्चे के सिर और रीढ़ की हड्डी के तरल (Cerebrospinal Fluid) के नमूनों की लैब जांच में एमीबा प्रजातियों की उपस्थिति पाई गई है।
जांच रिपोर्ट में स्पष्ट किया गया कि यह संक्रमण एमीबिक मेनिंजोएन्सेफलाइटिस (Amoebic Meningoencephalitis) का संकेत दे सकता है, जो बेहद गंभीर और जानलेवा बीमारी है। हालांकि, वर्तमान में बच्चे की स्वास्थ्य स्थिति स्थिर बताई जा रही है और उसे अस्पताल में निगरानी में रखा गया है।
स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि प्रारंभिक उपचार समय पर शुरू कर दिया गया है और विशेषज्ञ डॉक्टर लगातार बच्चे की निगरानी और इलाज कर रहे हैं। विभाग ने माता-पिता और स्थानीय लोगों से अपील की है कि वे स्वच्छ जल और साफ-सफाई का ध्यान रखें और संदिग्ध लक्षण पाए जाने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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विशेषज्ञों का कहना है कि एमीबिक मेनिंजोएन्सेफलाइटिस बहुत दुर्लभ है, लेकिन इसके संक्रमण के मामले गंभीर हो सकते हैं। इसलिए माता-पिता और देखभालकर्ताओं को जल और पानी की गुणवत्ता, व्यक्तिगत सफाई और संक्रमण से बचाव के उपायों पर विशेष ध्यान देना होगा।
इस घटना ने केरल में स्वास्थ्य अधिकारियों और आम जनता में चेतना बढ़ा दी है। अस्पताल प्रशासन ने कहा कि आवश्यक सुरक्षा और निगरानी उपाय लागू किए जा रहे हैं ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।
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