आंध्र प्रदेश में नकली शराब के गिरोह के खुलासे के बाद YSRCP सांसद मिधुन रेड्डी ने मामले की जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से कदम उठाने की मांग की है। मिधुन रेड्डी ने कहा कि यह गिरोह गरीब और कमजोर वर्गों के लिए सबसे अधिक खतरनाक है, क्योंकि वे प्रसिद्ध ब्रांड के नाम पर बेचे जा रहे नकली शराब के जाल में फंस जाते हैं।
सांसद ने आरोप लगाया कि इस गिरोह ने नकली शराब को बाजार में इस तरह से उतारा है कि इसे असली शराब के समान ब्रांडिंग और पैकेजिंग के साथ पेश किया गया है। इससे आम जनता विशेषकर गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर लोग गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों और दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस तरह की अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए राज्य पुलिस पर्याप्त रूप से प्रभावी साबित नहीं हुई है।
मिधुन रेड्डी ने कहा, “सबसे गरीब वर्ग इस अपराध से सबसे अधिक प्रभावित हो रहा है, क्योंकि वे प्रसिद्ध लेबल वाली नकली बोतलों से धोखा खा रहे हैं।” उन्होंने CBI से अनुरोध किया कि इस मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की जाए ताकि दोषियों को दंडित किया जा सके और भविष्य में ऐसे अपराधों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जा सकें।
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विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के नकली शराब रैकेट केवल स्वास्थ्य के लिए ही नहीं बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था और सामाजिक स्थिरता के लिए भी खतरा हैं। कानून प्रवर्तन एजेंसियों को इन गिरोहों पर प्रभावी कार्रवाई करनी होगी और गरीब वर्गों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी होगी।
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