आंध्र प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र 18 सितंबर से शुरू होने जा रहा है। सत्र के सुचारु संचालन के लिए विधानसभा सचिवालय और प्रशासन ने विस्तृत सुरक्षा इंतजाम किए हैं। अधिकारियों का कहना है कि सत्र के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने और विधायी कार्यवाही को बिना किसी व्यवधान के संचालित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
विधानसभा अध्यक्ष ने वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के विधायकों से अपील की है कि वे सदन की कार्यवाही में सक्रिय रूप से हिस्सा लें। उन्होंने कहा कि विधायकों की यह जिम्मेदारी है कि वे जनता की समस्याओं और चिंताओं को सदन के पटल पर रखें और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को मजबूत बनाएं। स्पीकर ने जोर देकर कहा कि विपक्ष की रचनात्मक भागीदारी से न केवल बहस का स्तर ऊंचा होगा बल्कि सरकार को भी जनहित के मुद्दों पर जवाबदेह बनाया जा सकेगा।
राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि सत्र काफी अहम साबित हो सकता है क्योंकि इसमें राज्य से जुड़े कई गंभीर मुद्दों जैसे कि कृषि संकट, बेरोजगारी, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर चर्चा की संभावना है। इसके अलावा, वित्तीय प्रबंधन और विकास योजनाओं की प्रगति पर भी बहस होने की उम्मीद है।
और पढ़ें: आंध्र प्रदेश निवेश के लिए तैयार, आएं और अनुभव करें: नारा लोकेश ने उद्यमियों से की अपील
सत्र के दौरान सुरक्षा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है और विधानसभा परिसर में प्रवेश के लिए विशेष पास की व्यवस्था की गई है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था बर्दाश्त नहीं की जाएगी और कार्यवाही को शांति और अनुशासन के साथ चलाया जाएगा।
और पढ़ें: स्वर्ण आंध्र 2047 योजना पर बोले मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू