बिहार में नई एनडीए सरकार के गठन की तैयारी तेज हो गई है। सूत्रों के अनुसार, कैबिनेट फार्मूला तय कर लिया गया है और नीतीश कुमार ही राज्य के मुख्यमंत्री बने रहेंगे। गृह मंत्री अमित शाह के साथ दिल्ली में हुई बैठक में यह अंतिम सहमति बनी, जिसके बाद तीन दिनों के भीतर नई सरकार का गठन किया जाएगा।
बिहार एनडीए सरकार का शपथ ग्रहण समारोह बुधवार या गुरुवार को आयोजित होने की संभावना है, जिसकी अंतिम तारीख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम के अनुसार तय होगी। एनडीए ने इस बार के विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की है, जिसमें भाजपा 89 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी, जबकि जदयू ने 85 सीटों पर जीत दर्ज की। एलजेपी(RV), हम और आरएलएम जैसे छोटे सहयोगियों ने भी प्रभावी प्रदर्शन किया।
18वीं बिहार विधानसभा गठन की अधिसूचना जारी होने के साथ सरकार बनाने की प्रक्रिया औपचारिक रूप से शुरू हो चुकी है। चुनाव आयोग राज्यपाल अरिफ मोहम्मद खान को अंतिम परिणाम सौंपेगा, जिसके बाद आचार संहिता समाप्त हो जाएगी। नीतीश कुमार ने कल कैबिनेट बैठक बुलाई है जिसमें 17वीं विधानसभा को भंग करने के प्रस्ताव को मंजूरी दिए जाने की संभावना है। इसके बाद वे राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप देंगे, जिससे नई सरकार के गठन का रास्ता साफ होगा।
और पढ़ें: अब कट्टा नहीं, बिहार में बनेगी मिसाइल : रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने RJD को निशाने पर लिया
एनडीए के दल अलग-अलग विधायक दल की बैठकें कर नेता का चुनाव करेंगे और फिर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। 19 या 20 नवंबर को शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया जा सकता है, जिसके लिए पटना के गांधी मैदान में तैयारियां शुरू हो गई हैं। यह नीतीश कुमार का 10वां शपथ ग्रहण होगा, जहां प्रधानमंत्री, कई केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी शामिल हो सकते हैं।
कैबिनेट फार्मूला के अनुसार भाजपा को 15-16, जदयू को 14, एलजेपी(RV) को 3, जबकि हम और RLSP को एक-एक मंत्रालय मिलने की संभावना है।
और पढ़ें: नीतीश कुमार के शासन में बिहार में अपराधों में 80% की बढ़ोतरी, विपक्ष ने कानून-व्यवस्था पर उठाए सवाल