ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज़ ने बॉन्डी बीच पर हुए भीषण आतंकी हमले के बाद पुलिस और खुफिया एजेंसियों की व्यापक समीक्षा के आदेश दिए हैं। रविवार (21 दिसंबर 2025) को उन्होंने कहा कि सरकार यह जांच करेगी कि क्या देश की सुरक्षा एजेंसियों के पास “ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को सुरक्षित रखने के लिए पर्याप्त अधिकार, ढांचे और आपसी सूचना साझा करने की व्यवस्था” मौजूद है।
14 दिसंबर को बॉन्डी बीच पर हनुक्का उत्सव के दौरान बड़ी संख्या में मौजूद परिवारों पर अंधाधुंध गोलियां चलाई गई थीं। इस हमले के लिए एक पिता और उसके बेटे को जिम्मेदार ठहराया गया है, जो कथित तौर पर इस्लामिक स्टेट (आईएस) की विचारधारा से प्रेरित थे। प्रधानमंत्री अल्बनीज़ ने इस हमले को “आईएसआईएस से प्रेरित जघन्य आतंकी कृत्य” बताते हुए कहा कि यह घटना देश में तेजी से बदलते सुरक्षा माहौल को दर्शाती है।
हमले के दौरान 50 वर्षीय साजिद अकरम को पुलिस ने मार गिराया। साजिद अकरम भारतीय नागरिक था, जो 1998 में वीजा पर ऑस्ट्रेलिया आया था। उसका 24 वर्षीय बेटा नावीद, जो ऑस्ट्रेलिया में जन्मा नागरिक है, हमले में जीवित बच गया और फिलहाल पुलिस निगरानी में अस्पताल में भर्ती है। उस पर आतंकवाद समेत 15 हत्याओं के आरोप लगाए गए हैं।
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ऑस्ट्रेलियाई सुरक्षा खुफिया संगठन (ASIO) ने 2019 में नावीद की संभावित कट्टरपंथी गतिविधियों को लेकर जांच की थी, लेकिन उस समय उसे खतरा नहीं माना गया। इसी जांच के दौरान साजिद अकरम से भी पूछताछ हुई थी, इसके बावजूद वह छह राइफलों के स्वामित्व के लिए गन लाइसेंस हासिल करने में सफल रहा।
हमले से कुछ हफ्ते पहले पिता-पुत्र सिडनी लौटे थे, जहां वे दक्षिणी फिलीपींस की चार सप्ताह की यात्रा से आए थे। इस यात्रा की जांच ऑस्ट्रेलिया और फिलीपींस की एजेंसियां कर रही हैं। प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया कि खुफिया तंत्र में “गंभीर खामियां” सामने आई हैं और अब पूरे सिस्टम की गहन समीक्षा की जाएगी।
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