ब्राउन यूनिवर्सिटी में हुई गोलीबारी और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) के एक प्रोफेसर की हत्या के आरोपी क्लाउडियो नेवेस वालेंते का अतीत कभी एक होनहार भौतिकी छात्र के रूप में जाना जाता था। जांचकर्ताओं के अनुसार, 48 वर्षीय नेवेस वालेंते ने पिछले सप्ताह ब्राउन यूनिवर्सिटी में दो छात्रों की गोली मारकर हत्या कर दी और बाद में अपने पूर्व सहपाठी नूनो एफ.जी. लौरिएरो की भी हत्या कर दी, जो MIT की सबसे बड़ी प्रयोगशालाओं में से एक का नेतृत्व कर रहे थे।
अधिकारियों ने अब तक इन हत्याओं के पीछे कोई स्पष्ट मकसद नहीं बताया और न ही यह स्पष्ट किया है कि दोनों के बीच किस तरह का व्यक्तिगत या पेशेवर संबंध था। नेवेस वालेंते गुरुवार, 18 दिसंबर 2025 को न्यू हैम्पशायर की एक स्टोरेज सुविधा में आत्महत्या से मृत पाए गए। यह खोज उस तलाश का अंत थी, जो 13 दिसंबर को ब्राउन यूनिवर्सिटी के एक लेक्चर हॉल में हुई गोलीबारी के बाद शुरू हुई थी, जिसमें नौ अन्य लोग घायल हुए थे।
नेवेस वालेंते और लौरिएरो करीब 30 साल पहले पुर्तगाल में सहपाठी थे। दोनों ने भौतिकी में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और बाद में अमेरिका जाकर प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों में पढ़ाई और काम किया। हालांकि, जहां लौरिएरो ने MIT में शानदार करियर बनाया, वहीं नेवेस वालेंते का जीवन धीरे-धीरे रहस्यमय और अस्थिर होता गया।
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नेवेस वालेंते को वर्ष 2000 में पुर्तगाल के प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान ‘इंस्टिट्यूटो सुपीरियर टेक्निको’ से हटा दिया गया था। इसके बाद वह ब्राउन यूनिवर्सिटी में स्नातकोत्तर छात्र के रूप में आया, लेकिन 2003 में बिना डिग्री लिए कार्यक्रम छोड़ दिया।
पिछले दो दशकों में वह क्या करता रहा, यह स्पष्ट नहीं है। उसकी आखिरी ज्ञात पहचान मियामी के एक कामकाजी इलाके में किराए के कमरे में रहने वाले व्यक्ति के रूप में हुई। दूसरी ओर, लौरिएरो MIT में प्लाज्मा साइंस और फ्यूजन सेंटर के प्रमुख बने और खगोलीय घटनाओं पर शोध कर रहे थे।
इस मामले में अब भी कई सवाल अनुत्तरित हैं और जांच एजेंसियां घटना के कारणों की तलाश में जुटी हैं।
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