अमेरिका और चीन के राष्ट्रपति की दक्षिण कोरिया में होने वाली बैठक से कुछ दिन पहले चीन ने ताइवान के पास अपने बमवर्षक विमानों को उड़ाया। चीनी सरकारी मीडिया ने रविवार (26 अक्टूबर 2025) देर रात बताया कि यह उड़ानें “मुकाबला अभ्यास” (confrontation drills) के तहत की गईं।
रिपोर्ट के अनुसार, चीन की ईस्टर्न थिएटर कमांड की इकाइयों ने हाल ही में युद्ध-उन्मुख प्रशिक्षण किया, जिसमें वायु नाकाबंदी और सटीक हमलों जैसी क्षमताओं का परीक्षण शामिल था। हालांकि रिपोर्ट में इस अभ्यास की सटीक तारीख नहीं बताई गई।
चीनी राज्य टीवी के सैन्य चैनल ने बताया कि कई J-10 लड़ाकू विमानों ने निर्धारित हवाई क्षेत्र की ओर सामरिक गठन में उड़ान भरी, जबकि कई H-6K बमवर्षक विमानों ने ताइवान के आसपास के जल और हवाई क्षेत्र में “सिम्युलेटेड मुकाबला अभ्यास” किए।
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H-6K चीन का रणनीतिक बमवर्षक विमान है, जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। इस अभ्यास को राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के प्रति चीन की “ठोस प्रतिबद्धता” बताया गया।
ताइवान, जिसे चीन अपना हिस्सा मानता है, नियमित रूप से अपने युद्धक विमानों और नौसेना जहाजों को अपने चारों ओर के क्षेत्र में तैनात रखता है। हालांकि ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने हाल के दिनों में किसी असामान्य गतिविधि की सूचना नहीं दी है।
चीनी रक्षा मंत्रालय और ताइवान के रक्षा मंत्रालय, दोनों ने इस रिपोर्ट पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है। यह अभ्यास उस समय हुआ है जब बीजिंग और वॉशिंगटन के बीच तनाव जारी है और ट्रंप-शी बैठक को दोनों देशों के रिश्तों में अहम माना जा रहा है।
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