अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा अगले साल ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों और वैश्विक भू-राजनीतिक तनावों के बीच निवेशकों ने सुरक्षित निवेश विकल्पों की ओर रुख किया है, जिससे मंगलवार (23 दिसंबर 2025) को सोना और चांदी दोनों ने रिकॉर्ड तोड़ तेजी दर्ज की। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में दोनों कीमती धातुओं ने नए शिखर बनाए।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर फरवरी डिलीवरी वाले सोने के वायदा भाव में ₹1,637 यानी 1.2% की बढ़त दर्ज की गई और यह ₹1,38,381 प्रति 10 ग्राम के अब तक के सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गया। यह लगातार दूसरे सत्र में तेजी को दर्शाता है। वहीं, चांदी के वायदा भाव में भी तीसरे दिन लगातार मजबूती बनी रही। मार्च 2026 डिलीवरी वाली चांदी ₹3,724 यानी 1.75% चढ़कर ₹2,16,596 प्रति किलोग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई।
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी तेजी का रुख बना रहा। कॉमेक्स पर फरवरी डिलीवरी वाले सोने के वायदा भाव $61.4 यानी 1.37% बढ़कर $4,530.8 प्रति औंस के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए। रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी के अनुसार, इस साल सोने ने अब तक 50वीं बार नया रिकॉर्ड बनाया है, जिसका मुख्य कारण अमेरिकी मौद्रिक नीति में नरमी की उम्मीद और बढ़ते वैश्विक तनाव हैं।
और पढ़ें: यून मामले के बाद दक्षिण कोरिया में विद्रोह मामलों के लिए विशेष अदालतें बनाने का विधेयक पारित
बाजार फिलहाल अगले साल फेडरल रिजर्व द्वारा दो बार 0.25% की दर से ब्याज कटौती की संभावना को कीमतों में शामिल कर रहा है। वहीं, चांदी ने भी कॉमेक्स पर पहली बार $70 का स्तर पार किया और $70.15 प्रति औंस के रिकॉर्ड पर पहुंच गई।
विशेषज्ञों के अनुसार, निवेशकों की नजर अमेरिका की तीसरी तिमाही के जीडीपी के दूसरे अनुमान पर भी टिकी है, जिससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था और फेड की नीति दिशा को लेकर और संकेत मिल सकते हैं। अमेरिका और वेनेजुएला के बीच बढ़ते तनाव ने भी सुरक्षित निवेश की मांग को बढ़ावा दिया है। इस साल सोने में करीब 70% की तेजी आई है, जो 1979 के बाद सबसे मजबूत वार्षिक प्रदर्शन की ओर इशारा करती है।
और पढ़ें: शराब घोटाले में पूर्व सीएम भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को 200–250 करोड़ रुपये का फायदा: पुलिस चार्जशीट