हरियाणा राज्य में एक शिक्षिका की संदिग्ध मौत को लेकर बढ़ते विरोध प्रदर्शनों के बीच मुख्यमंत्री ने मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) को सौंपने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन “हमारी बेटी मनीषा को न्याय दिलाने के लिए पूरी गंभीरता और पारदर्शिता के साथ काम कर रहे हैं।”
घटना के बाद से प्रदेशभर में आक्रोश फैल गया है। परिजनों और स्थानीय लोगों का आरोप है कि शिक्षिका की मौत रहस्यमय परिस्थितियों में हुई और दोषियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। इस मुद्दे पर विभिन्न सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों ने भी आवाज उठाई है, जिसके बाद सरकार पर जांच को निष्पक्ष और त्वरित बनाने का दबाव बढ़ गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार किसी भी दोषी को बख्शेगी नहीं और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जांच में कोई ढिलाई न हो। “न्याय दिलाना हमारी प्राथमिक जिम्मेदारी है,” उन्होंने जोर देकर कहा। मुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि अब CBI जांच से पूरा सच सामने आएगा और किसी भी तरह का राजनीतिक या प्रशासनिक दबाव जांच को प्रभावित नहीं कर पाएगा।
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पुलिस प्रशासन ने कहा कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट तैयार की जा चुकी है और सभी आवश्यक साक्ष्य CBI को सौंप दिए जाएंगे। साथ ही, घटनास्थल की फॉरेंसिक जांच कराई गई है और संबंधित गवाहों के बयान भी दर्ज किए जा रहे हैं।
इस घटना के बाद हरियाणा में कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा को लेकर सवाल उठ रहे हैं। सरकार ने कहा है कि दोषियों को कड़ी सजा दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।
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