भारतीय तटरक्षक बल (इंडियन कोस्ट गार्ड – ICG) का अपतटीय गश्ती पोत ‘सार्थक’ मंगलवार (16 दिसंबर 2025) को इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान के चाबहार बंदरगाह पहुंचा। यह पोत चार दिवसीय दौरे पर 19 दिसंबर तक चाबहार में रहेगा। यह चाबहार बंदरगाह पर भारतीय तटरक्षक बल की पहली आधिकारिक पोर्ट कॉल है, जिसे रणनीतिक और कूटनीतिक दृष्टि से एक महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जा रहा है।
चाबहार एक गहरे पानी का रणनीतिक बंदरगाह है, जो भारत को ईरान, अफगानिस्तान और मध्य एशिया तक सीधी समुद्री पहुंच प्रदान करता है। यह बंदरगाह भारत की क्षेत्रीय संपर्क नीति और व्यापारिक हितों के लिए बेहद अहम माना जाता है। भारतीय पोत ‘सार्थक’ की इस यात्रा को क्षेत्रीय सहयोग और समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है।
भारतीय तटरक्षक बल के अनुसार, यह दौरा भारत की “सागर” (Security and Growth for All in the Region) और “महासागर” (MAHASAGAR) विजन के अनुरूप है, जिनका उद्देश्य हिंद महासागर क्षेत्र में समुद्री सुरक्षा, सहयोग और समावेशी विकास को बढ़ावा देना है। इस यात्रा के दौरान भारतीय और ईरानी समुद्री एजेंसियों के बीच पेशेवर संवाद, संयुक्त अभ्यास और आपसी सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा होने की संभावना है।
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पोत ‘सार्थक’ की चाबहार यात्रा से दोनों देशों के बीच समुद्री सहयोग को नई मजबूती मिलने की उम्मीद है। इसके साथ ही, यह भारत की उस रणनीति को भी दर्शाता है, जिसके तहत वह क्षेत्रीय स्थिरता, सुरक्षित समुद्री मार्गों और अंतरराष्ट्रीय व्यापार को प्रोत्साहित करना चाहता है।
विशेषज्ञों का मानना है कि चाबहार बंदरगाह पर भारतीय तटरक्षक पोत की मौजूदगी न केवल द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेगी, बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की भूमिका को भी और सुदृढ़ करेगी।
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