आईआईएम-कलकत्ता में पढ़ने वाली एक छात्रा द्वारा लगाए गए दुष्कर्म के आरोपों के मामले में गिरफ्तार आरोपी छात्र को अदालत ने जमानत दे दी है। यह मामला 11 जुलाई को उस समय दर्ज किया गया था जब पीड़िता ने हरिदेवपुर पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी (FIR) दर्ज कराई थी।
एफआईआर में छात्रा ने आरोप लगाया था कि आरोपी ने उसके साथ जबरदस्ती की, जिसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए आरोपी को हिरासत में ले लिया था। तब से वह पुलिस हिरासत में था और पूछताछ की जा रही थी।
मामला जब अदालत में पहुंचा तो आरोपी के वकील ने यह तर्क दिया कि वह एक मेधावी छात्र है और पूरे प्रकरण की गहन जांच किए बिना उसे लंबे समय तक हिरासत में रखना उचित नहीं होगा। इसके बाद अदालत ने उसे कुछ शर्तों के साथ जमानत दे दी।
इस घटना ने देशभर के शैक्षणिक संस्थानों में छात्रों की सुरक्षा और संवेदनशील मामलों के प्रति प्रशासन की भूमिका पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। आईआईएम-कलकत्ता प्रशासन ने इस मामले को लेकर अभी तक कोई विस्तृत बयान नहीं दिया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार संस्थान ने आंतरिक जांच शुरू कर दी है।
पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है और डिजिटल सबूतों, सीसीटीवी फुटेज तथा गवाहों के बयानों को एकत्र कर आगे की कानूनी प्रक्रिया को आगे बढ़ा रही है।
इस बीच, पीड़िता को मनोवैज्ञानिक सहायता और सुरक्षा मुहैया कराई जा रही है।