प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल का अब तक का सबसे लंबा स्वतंत्रता दिवस भाषण देते हुए देश को आत्मनिर्भर और आत्मसम्मान से भरपूर बनाने पर जोर दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि भारत की जनसांख्यिकी संरचना बदलने की एक साजिश चल रही है, जिसे विफल करने के लिए सरकार कटिबद्ध है।
लाल किले की प्राचीर से संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि भारत को केवल आयात पर निर्भर नहीं रहना चाहिए, बल्कि तकनीक, उत्पादन और नवाचार में आत्मनिर्भरता हासिल करनी होगी। उन्होंने कहा, “आत्मनिर्भर भारत ही सशक्त और सुरक्षित भारत है।”
पीएम मोदी का यह भाषण उस समय आया है जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए टैरिफ के कारण वैश्विक आर्थिक दबाव बढ़ रहा है। मोदी ने इस अवसर पर कई आर्थिक और संरचनात्मक सुधारों की घोषणा की। उन्होंने बताया कि जीएसटी में बदलाव दिवाली तक लागू किए जाएंगे ताकि कारोबारियों और उपभोक्ताओं दोनों को राहत मिल सके।
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मोदी ने यह भी कहा कि देश की सुरक्षा, आर्थिक मजबूती और सामाजिक संतुलन के लिए हर नागरिक को सतर्क रहना होगा। उन्होंने युवाओं से नवाचार और स्टार्टअप संस्कृति को बढ़ावा देने का आह्वान किया तथा किसानों और छोटे उद्योगों के लिए नई योजनाओं की घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण को “सशक्त भारत, सुरक्षित भारत, आत्मनिर्भर भारत” के संकल्प के साथ समाप्त किया।
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