आईएनडीआईए गठबंधन के उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया। नामांकन के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए रेड्डी ने कहा, “मैं किसी भी राजनीतिक दल से संबद्ध नहीं हूं, इसलिए मुझे विश्वास है कि सभी लोग मेरा समर्थन करेंगे।”
रेड्डी ने यह भी स्पष्ट किया कि उनका चुनाव लड़ने का उद्देश्य संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करना और उपराष्ट्रपति पद की गरिमा को बनाए रखना है। उन्होंने कहा कि वह निष्पक्ष और स्वतंत्र रूप से कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
आईएनडीआईए गठबंधन के कई शीर्ष नेताओं ने नामांकन के दौरान रेड्डी के साथ मौजूद रहकर समर्थन जताया। गठबंधन नेताओं का कहना है कि रेड्डी का कानूनी अनुभव और न्यायपालिका में लंबा कार्यकाल उन्हें उपराष्ट्रपति पद के लिए उपयुक्त उम्मीदवार बनाता है।
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राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि रेड्डी का गैर-पक्षपाती रुख विपक्षी गठबंधन की रणनीति को मजबूती देता है और उनके चयन से सत्ता पक्ष पर भी नैतिक दबाव बनेगा।
रेड्डी ने भरोसा जताया कि संसद के सभी सदस्य संविधान और लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर फैसला करेंगे। उन्होंने कहा, “यह चुनाव केवल एक व्यक्ति का नहीं बल्कि संस्थागत स्वतंत्रता और संवैधानिक आदर्शों की रक्षा का प्रतीक होना चाहिए।”
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