भारत और कनाडा ने द्विपक्षीय संबंधों में ‘नया अध्याय’ खोलने पर सहमति जताई है। यह निर्णय हाल ही में दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के बीच हुई बातचीत के दौरान आया। बातचीत का मुख्य उद्देश्य सहयोग और साझा रणनीति के माध्यम से दोनों देशों के संबंधों को मजबूती देना रहा।
सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में दोनों पक्षों ने व्यापार, सुरक्षा, तकनीकी और सांस्कृतिक क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया। दोनों देशों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों ने कहा कि यह नया अध्याय दोनों देशों के हितों और वैश्विक स्थिरता के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होगा।
विशेष रूप से, भारत और कनाडा ने साझा सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने और आतंकवाद, साइबर सुरक्षा, और सीमा सुरक्षा जैसी समस्याओं पर सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। इसके साथ ही दोनों देशों ने व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के लिए नई पहल करने पर भी विचार किया।
और पढ़ें: ट्रम्प ने H-1B वीज़ा के दुरुपयोग को बताया राष्ट्रीय सुरक्षा खतरा
कनाडाई पक्ष ने भारत के साथ वैज्ञानिक, तकनीकी और शैक्षिक सहयोग को और विस्तार देने की इच्छा जताई। वहीं, भारतीय पक्ष ने कनाडा के साथ सांस्कृतिक और लोगों-से-लोगों के संपर्क को मजबूत करने पर बल दिया।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम दोनों देशों के वैश्विक रणनीतिक और आर्थिक साझेदारी को नई दिशा देगा। इसके जरिए द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊर्जा और स्थिरता आएगी।
बैठक के बाद दोनों देशों ने आगे की बातचीत और सहयोग को नियमित रूप से जारी रखने का संकल्प लिया, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि दोनों पक्ष मिलकर सभी क्षेत्रों में सामूहिक प्रगति कर सकें।
और पढ़ें: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेनाओं से असामान्य खतरों के लिए तैयार रहने का आह्वान किया