हिकल लिमिटेड के उपाध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक अजय हिरेमठ ने कहा कि भारत में हालिया नीतिगत बदलावों और प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजनाओं ने देश को वैश्विक फार्मा क्षेत्र में शक्ति केंद्र बना दिया है।
उन्होंने कहा कि बल्क ड्रग्स के लिए ₹15,000 करोड़ की PLI योजना और तैयार दवाओं (फॉर्म्युलेशन्स) के लिए व्यापक PLI योजना ने भारतीय विनिर्माण की आर्थिक आकर्षण क्षमता को बढ़ाया है। “इन पहलों ने घरेलू उत्पादन को बढ़ावा दिया है और फार्मा उद्योग में निवेशकों का भरोसा मजबूत किया है”।
हिरेमठ ने कहा भारत अब केवल किफायती दवाओं का आपूर्तिकर्ता नहीं रहा, बल्कि उच्च गुणवत्ता वाले सक्रिय औषधीय अवयव (APIs) और जटिल फॉर्म्युलेशन्स के निर्माण में भी अग्रणी बन रहा है। “सरकार की नीतियों ने अनुसंधान और विकास के लिए माहौल तैयार किया है और अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को भारत में साझेदारी के लिए आकर्षित किया है”।
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हिरेमठ का मानना है कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारत की स्थिति अब और मजबूत होगी। चीन पर निर्भरता घटाने की वैश्विक प्रवृत्ति ने भारतीय फार्मा उद्योग के लिए नए अवसर खोले हैं। “यदि यह गति बनी रहती है, तो भारत न केवल अपनी घरेलू जरूरतें पूरी करेगा, बल्कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी महत्वपूर्ण हिस्सेदारी हासिल करेगा”।
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