भारत ने बांग्लादेश की अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के प्रत्यर्पण के लिए ढाका द्वारा भेजे गए अनुरोध पर आधिकारिक प्रतिक्रिया दी है। बुधवार को विदेश मंत्रालय (MEA) की प्रेस वार्ता के दौरान मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने पुष्टि की कि भारत को यह औपचारिक आग्रह प्राप्त हुआ है और इसे संबंधित प्रक्रियाओं के तहत गंभीरता से जांचा जा रहा है।
जयसवाल ने कहा, “हाँ, हमें वह अनुरोध प्राप्त हुआ है और यह वर्तमान में परीक्षण के चरण में है। भारत बांग्लादेश के लोगों के प्रति प्रतिबद्ध है और हम इस विषय पर सभी हितधारकों के साथ रचनात्मक रूप से आगे बढ़ते रहेंगे।” यह बयान ऐसे समय आया है जब दोनों देशों के संबंधों पर राजनीतिक घटनाओं का गहरा प्रभाव पड़ रहा है।
इस माह की शुरुआत में, बांग्लादेश की 78 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को पिछले वर्ष जुलाई में हुए विद्रोह के दौरान मानवता के विरुद्ध अपराधों के लिए मौत की सज़ा सुनाई गई थी। अदालत के फैसले के अनुसार, उन पर आरोप है कि 5 अगस्त, 2024 को ढाका के चनखारपुल क्षेत्र में छह निहत्थे प्रदर्शनकारियों की गोली मारकर हत्या की गई थी। इसी मामले में उन्हें दोषी ठहराते हुए मृत्युदंड दिया गया।
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शेख हसीना फिलहाल भारत में रह रही हैं और बांग्लादेश सरकार उन्हें भगोड़ा घोषित कर चुकी है। ढाका ने भारत से अनुरोध किया है कि उन्हें गिरफ्तार कर बांग्लादेश को सौंपा जाए ताकि वहां चल रही कानूनी प्रक्रिया पूरी की जा सके।
भारत द्वारा मामले की समीक्षा जारी रहने के बीच, यह मुद्दा दक्षिण एशिया की राजनीति में नए तनावों और कूटनीतिक जटिलताओं को जन्म दे सकता है। आने वाले दिनों में दोनों देशों के बीच इस विषय पर और बातचीत होने की संभावना है।
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