इज़राइली सेना ने शनिवार (25 अक्टूबर 2025) को गाज़ा के मध्य क्षेत्र में एक व्यक्ति पर “टारगेटेड स्ट्राइक” की, जिसके बारे में दावा किया गया कि वह इज़राइली सैनिकों पर हमला करने की योजना बना रहा था। इज़राइल और फिलिस्तीनी संगठन हमास के बीच अमेरिका समर्थित युद्धविराम लागू है, लेकिन दोनों पक्ष एक-दूसरे पर उल्लंघन का आरोप लगाते रहे हैं।
इज़राइली सेना ने कहा कि उसने इस्लामिक जिहाद समूह के एक सदस्य को निशाना बनाया। हालांकि रविवार (26 अक्टूबर 2025) को इस्लामिक जिहाद ने बयान जारी कर इज़राइल के इस दावे को “पूर्णतः झूठा आरोप” बताया। समूह ने यह स्पष्ट नहीं किया कि हमले में उसके किसी सदस्य की मौत हुई या नहीं।
प्रत्यक्षदर्शियों ने रॉयटर्स को बताया कि उन्होंने एक ड्रोन को एक कार पर हमला करते देखा, जिससे कार में आग लग गई। स्थानीय चिकित्सा कर्मियों के अनुसार, चार लोग घायल हुए हैं, हालांकि किसी की मौत की पुष्टि नहीं हुई है।
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गवाहों के अनुसार, इज़राइली टैंकों ने गाज़ा सिटी के पूर्वी हिस्सों में भी गोले दागे — यह क्षेत्र गाज़ा पट्टी का सबसे बड़ा शहरी इलाका है। इस पर इज़राइली सेना की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई।
इज़राइली मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, इज़राइल ने अपनी पुरानी नीति बदलते हुए मिस्र के अधिकारियों को गाज़ा पट्टी में प्रवेश की अनुमति दी है ताकि वे 7 अक्टूबर 2023 को हमास द्वारा अगवा किए गए बंधकों के शवों की तलाश में मदद कर सकें।
युद्धविराम समझौते के तहत, हमास ने सभी बंधकों को लौटाने का वादा किया है, हालांकि 13 बंधकों के अवशेष अब भी गाज़ा में मौजूद हैं।
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