जापान की अंतरिक्ष एजेंसी ने रविवार (26 अक्टूबर 2025) को अपनी नई प्रमुख H3 रॉकेट के माध्यम से एक मानव रहित कार्गो स्पेसक्राफ्ट HTV-X1 को सफलतापूर्वक लॉन्च किया। इसका उद्देश्य अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) तक आवश्यक आपूर्ति पहुँचाना है।
जापान के तनेगाशिमा स्पेस सेंटर से लॉन्च की गई HTV-X1 रॉकेट ने निर्धारित कक्षा में सफलतापूर्वक प्रवेश किया। एजेंसी के अनुसार, अगर सभी प्रक्रियाएं सुचारू रूप से चलीं, तो यह कुछ ही दिनों में ISS तक पहुँचकर आपूर्ति देगी। अंतरिक्ष यात्री किमिया यूई, जो वर्तमान में ISS पर हैं, बुधवार रात या गुरुवार की सुबह रोबोटिक आर्म से कार्गो को पकड़ेंगे।
HTV-X1, JAXA के पुराने H-II ट्रांसफर वाहन “कौनोटोरी” का उत्तराधिकारी है, जिसने 2009 से 2020 के बीच नौ मिशनों में ISS तक आपूर्ति पहुंचाई थी। नया वाहन अधिक भारी पेलोड ले जा सकता है और उड़ान के दौरान तापमान नियंत्रित परिवहन की सुविधा प्रदान करता है, जिससे कोशिकाओं और लैब सैंपल जैसी संवेदनशील सामग्री भेजी जा सकती है।
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HTV-X को ISS से छह महीने तक जोड़ा जा सकता है, आपूर्ति पहुंचाने और कचरा लौटाने के बाद यह तकनीकी मिशनों के लिए तीन महीने के लिए कक्षा में उड़ान भरेगा।
H3 रॉकेट, जापान के पुराने H-2A रॉकेट का स्थान लेता है और इसे वैश्विक अंतरिक्ष बाजार में लागत प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। 2023 में पहली असफल उड़ान के बाद H3 ने अब तक लगातार छह सफल उड़ानें भरी हैं। जापान इस स्थिर और व्यावसायिक रूप से प्रतिस्पर्धी अंतरिक्ष परिवहन क्षमता को अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण मानता है।
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