देशिया मुरपोक्कु द्रविड़ कषगम (डीएमडीके) के संस्थापक और तमिल सिनेमा व राजनीति के चर्चित नेता रहे विजयकांत की दूसरी पुण्यतिथि पर रविवार (28 दिसंबर 2025) को विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं ने विजयकांत के सार्वजनिक जीवन, सामाजिक सेवा और जनहित के लिए किए गए कार्यों को याद किया।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने विजयकांत को याद करते हुए कहा कि वे गरीबों और वंचितों के प्रति गहरी संवेदना रखने वाले नेता थे। मुख्यमंत्री ने The Indian Witness पर लिखा कि विजयकांत ने अपने उदार हृदय और सेवा भावना के बल पर तमिलनाडु की जनता का अपार प्रेम और सम्मान अर्जित किया। उन्होंने कहा कि विजयकांत की राजनीति का केंद्र हमेशा आम जनता रही और वे लोगों की समस्याओं को अपनी प्राथमिकता मानते थे।
अन्य नेताओं ने भी विजयकांत के योगदान को याद करते हुए कहा कि वे केवल एक राजनीतिक नेता ही नहीं, बल्कि एक जननेता थे, जिन्होंने समाज के कमजोर वर्गों की आवाज उठाई। श्रद्धांजलि संदेशों में यह भी कहा गया कि विजयकांत ने राजनीति में ईमानदारी, साहस और आत्मसम्मान के मूल्यों को बनाए रखने का प्रयास किया।
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डीएमडीके नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भी राज्य के विभिन्न हिस्सों में श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किए। इस अवसर पर पार्टी कार्यालयों और स्मारकों पर पुष्पांजलि अर्पित की गई और उनके विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया। नेताओं ने कहा कि विजयकांत की सादगी, स्पष्टवादिता और जनसेवा की भावना आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनी रहेगी।
विजयकांत को तमिलनाडु की राजनीति में एक ऐसे नेता के रूप में याद किया जाता है, जिन्होंने फिल्मी लोकप्रियता को जनसेवा से जोड़ा और जनता के मुद्दों को मजबूती से उठाया। उनकी पुण्यतिथि पर उमड़ी श्रद्धांजलि यह दर्शाती है कि वे आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं।
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