लद्दाख में हालिया तनाव और हिंसा के बीच लेह एपेक्स बॉडी (एलएबी) ने सोमवार को स्पष्ट किया कि जब तक क्षेत्र में हालात सामान्य नहीं होते, वह किसी भी वार्ता में हिस्सा नहीं लेगी। बीते सप्ताह सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प के दौरान चार लोगों की मौत हो गई थी, जिसके बाद एलएबी ने अपना रुख और सख्त कर लिया है।
एलएबी के अध्यक्ष थुप्स्तान छेवांग ने यह घोषणा उस समय की जब हिंसा के चौथे शिकार, एक पूर्व सैन्यकर्मी, का अंतिम संस्कार भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच किया गया। अंतिम संस्कार के दौरान लेह में कर्फ्यू लगा रहा, हालांकि अधिकारियों ने शाम 4 बजे से दो घंटे की ढील दी थी। इस दौरान किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली।
गौरतलब है कि गृह मंत्रालय की उच्च स्तरीय समिति ने एलएबी और क्षेत्र के अन्य प्रतिनिधियों से बातचीत का प्रस्ताव रखा था, लेकिन संगठन का कहना है कि मौजूदा हालात वार्ता के अनुकूल नहीं हैं। एलएबी का मानना है कि लद्दाख में शांति बहाल करने और लोगों में विश्वास पैदा करने के बाद ही संवाद संभव है।
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स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रदर्शनकारियों की मौत से प्रशासन के प्रति गहरा आक्रोश है। वहीं, अधिकारियों ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। मौजूदा परिस्थिति में एलएबी का रुख लद्दाख की राजनीति और भविष्य की वार्ताओं पर गहरा असर डाल सकता है।
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