पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने स्वतंत्रता संग्राम के महानायक खुदीराम बोस को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की और इस मौके पर हाल ही में बनी फिल्म ‘केसरी चैप्टर 2’ के निर्माताओं पर ऐतिहासिक तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश करने का आरोप लगाया।
ममता बनर्जी ने कहा कि इस फिल्म में खुदीराम बोस का नाम गलत तरीके से ‘खुदीराम सिंह’ बताया गया है, जबकि उनका असली नाम खुदीराम बोस था। इतना ही नहीं, फिल्म में बारिंद्र कुमार घोष का नाम भी गलत तरीके से ‘बिरेन्द्र कुमार’ दिखाया गया है और यह दावा किया गया है कि वे अमृतसर से थे, जबकि ऐतिहासिक रूप से यह तथ्य गलत है।
उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास को लेकर किसी भी प्रकार की गलत जानकारी न केवल वीरों के सम्मान के साथ अन्याय है, बल्कि यह नई पीढ़ी को गलत संदेश भी देती है। उन्होंने फिल्म निर्माताओं से अपील की कि वे इतिहास के साथ खिलवाड़ न करें और तथ्यों को सही तरीके से पेश करें।
और पढ़ें: नोएडा पुलिस ने फर्जी इंटरनेशनल पुलिस व क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो कार्यालय का भंडाफोड़, 6 गिरफ्तार
ममता बनर्जी ने कहा, “खुदीराम बोस ने मात्र 18 वर्ष की उम्र में देश की आज़ादी के लिए हंसते-हंसते फांसी का सामना किया। ऐसे महान क्रांतिकारी के नाम और पहचान को गलत ढंग से प्रस्तुत करना अस्वीकार्य है।”
उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने खुदीराम बोस और अन्य स्वतंत्रता सेनानियों की याद में कई स्मारक और संग्रहालय बनाए हैं, ताकि आने वाली पीढ़ियां उनके साहस और बलिदान से प्रेरणा ले सकें।
इस दौरान ममता बनर्जी ने देशभर से अपील की कि सिनेमा और मीडिया को इतिहास के तथ्यों के प्रति संवेदनशील रहना चाहिए और स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान को सही रूप में प्रस्तुत करना चाहिए।
और पढ़ें: उत्तर प्रदेश मानसून सत्र से पहले विधानसभा परिसर में सपा विधायकों का विरोध प्रदर्शन