मराठा आरक्षण आंदोलन के नेता मनोज जरांगे ने शुक्रवार (7 नवंबर 2025) को आरोप लगाया कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के विधायक और पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे ने उनकी हत्या की साजिश रची। हालांकि, मुंडे ने इन आरोपों को “झूठा, दुर्भावनापूर्ण और राजनीतिक रूप से प्रेरित” बताते हुए CBI जांच की मांग की है।
जलगांव पुलिस के अनुसार, जरांगे के सहयोगी गंगाधर कालकुटे द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद दो लोगों को हिरासत में लिया गया है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि जरांगे की हत्या की साजिश रची गई थी।
जरांगे ने पत्रकारों से कहा, “धनंजय मुंडे ने मेरी हत्या की साजिश रची। उनके एक सहयोगी कंचन नामक व्यक्ति ने संदिग्धों में से एक को परली गेस्ट हाउस ले जाकर मुंडे से मुलाकात कराई, जहां इस पर चर्चा हुई।” उन्होंने दावा किया कि वहां नकली वीडियो और रिकॉर्डिंग के ज़रिए उनकी छवि खराब करने या दवाओं के माध्यम से हत्या करने की योजना बनाई गई थी।
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जरांगे ने कहा कि साजिश की कीमत ₹2.5 करोड़ तय हुई और इसमें कम से कम 18 लोगों की संलिप्तता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आरोपी बाद में मुंबई में मुंडे से मिले और हत्या को दुर्घटना के रूप में दिखाने की योजना बनाई।
वहीं, मुंडे ने कहा कि वह हर सोमवार परली गेस्ट हाउस में लोगों से मिलते हैं और यह सब उन्हें राजनीतिक रूप से बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस मामले की CBI जांच की मांग करेंगे।
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