मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में माओवादियों ने एक व्यक्ति का अपहरण कर उसकी निर्मम हत्या कर दी। मृतक पर आरोप था कि वह पुलिस का मुखबिर है। शव पर कई गंभीर चोटों के निशान मिले, जिससे साफ है कि उसे क्रूरता से मार डाला गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, घटना देर रात की है। व्यक्ति को कुछ दिन पहले माओवादी अपने साथ ले गए थे। लंबे समय तक लापता रहने के बाद उसका शव जंगल में मिला। इस घटना से स्थानीय ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) ने इस घटना की जिम्मेदारी ली है। संगठन ने कहा कि मृतक पुलिस को माओवादियों की गतिविधियों की जानकारी दे रहा था। पुलिस मुखबिरी के संदेह में पहले भी माओवादी कई हत्याएं कर चुके हैं।
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बालाघाट जिला लंबे समय से माओवादी गतिविधियों से प्रभावित रहा है। पुलिस और सुरक्षा बल लगातार यहां अभियान चलाते रहे हैं। घटना के बाद क्षेत्र में कॉम्बिंग ऑपरेशन तेज कर दिया गया है और अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है।
अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। साथ ही लोगों को आश्वस्त किया गया है कि दोषियों को पकड़ने के लिए सघन अभियान जारी है।
यह घटना एक बार फिर माओवाद प्रभावित इलाकों में कानून-व्यवस्था और सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है।
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