हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष मीरवाइज उमर फारूक ने दावा किया है कि उन्हें प्रशासन द्वारा घर में नजरबंद कर दिया गया है। मीरवाइज ने अपने बयान में कहा कि उन्हें बुधवार (17 सितंबर) की रात को उनके निवास पर सुरक्षा बलों ने नजरबंद किया।
उन्होंने बताया कि यह कदम हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के पूर्व अध्यक्ष अब्दुल गनी भट के निधन के बाद उठाया गया। मीरवाइज ने कहा कि वह भट को श्रद्धांजलि देने और उनके परिवार से मिलने जाना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने इसकी अनुमति नहीं दी।
मीरवाइज ने इस कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि यह न केवल लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन है, बल्कि अभिव्यक्ति और धार्मिक स्वतंत्रता पर भी प्रतिबंध है। उन्होंने आरोप लगाया कि घाटी में हर छोटे-बड़े मौके पर लोगों की आवाज दबाने के लिए प्रशासन नजरबंदी और पाबंदियों का सहारा लेता है।
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कश्मीर में सुरक्षा बलों ने हालांकि इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। स्थानीय सूत्रों का कहना है कि यह कदम एहतियातन सुरक्षा व्यवस्था के तहत उठाया गया है ताकि किसी भी तरह की भीड़ या विरोध प्रदर्शन को रोका जा सके।
गौरतलब है कि मीरवाइज उमर फारूक को पहले भी कई बार धार्मिक या राजनीतिक गतिविधियों से रोकने के लिए नजरबंद किया जा चुका है।
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