भारत सरकार ने आयकर रिटर्न (ITR) फाइल करने की अंतिम तिथि को आज तक के लिए बढ़ा दिया है। यह फैसला उन करदाताओं के लिए राहत लेकर आया है, जो तकनीकी कारणों या अन्य समस्याओं के चलते समय पर रिटर्न दाखिल नहीं कर पाए थे। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि समय-सीमा के बाद लेट फीस के साथ रिटर्न फाइल करना ही एकमात्र विकल्प रहेगा।
वहीं, मणिपुर में जारी जातीय तनाव के बीच एक अहम खबर आई है। कुकी-जो काउंसिल ने साफ कर दिया है कि नेशनल हाईवे-2 (NH-2) को तब तक दोबारा नहीं खोला जाएगा, जब तक मैतेई समुदाय के साथ एक ठोस समझौता नहीं हो जाता। यह राजमार्ग मणिपुर और अन्य पूर्वोत्तर राज्यों की सप्लाई लाइन का अहम हिस्सा है। लंबे समय से बंद होने के कारण जरूरी सामानों की आपूर्ति पर असर पड़ रहा है, जिससे आम लोगों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
कुकी-जो काउंसिल का कहना है कि बार-बार की बातचीत के बावजूद मैतेई समुदाय के साथ कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पाया है। ऐसे में, बिना समझौते के NH-2 खोलना उनके हितों के खिलाफ होगा। दूसरी ओर, केंद्र और राज्य सरकार स्थिति को सामान्य करने के लिए प्रयासरत हैं, ताकि आपूर्ति श्रृंखला को फिर से पटरी पर लाया जा सके।
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इन दोनों प्रमुख खबरों के अलावा, देश और दुनिया की अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं पर भी निगाह रखी जा रही है। आईटीआर की समय-सीमा बढ़ने से जहां करदाताओं को राहत मिली है, वहीं मणिपुर की स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है। सरकार के लिए यह एक बड़ी चुनौती है कि वह सामाजिक संतुलन और आर्थिक गतिविधियों को सामान्य बनाए।
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