मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) चुनाव को लेकर सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन में सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया गया है। भारतीय जनता पार्टी (BJP) 137 सीटों पर जबकि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना 90 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। यह जानकारी मुंबई भाजपा अध्यक्ष अमित साटम ने सोमवार (29 दिसंबर 2025) को दी। उन्होंने बताया कि नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 30 दिसंबर से एक दिन पहले देर रात तक चली बातचीत के बाद यह सहमति बनी।
अमित साटम ने कहा कि दोनों दल अपने-अपने कोटे की कुछ सीटें गठबंधन के अन्य सहयोगियों को भी देंगे। उन्होंने यह भी बताया कि भाजपा और शिवसेना के उम्मीदवार मंगलवार (30 दिसंबर) को अपने नामांकन पत्र दाखिल करेंगे। इस सीट-बंटवारे को मुंबई की राजनीति में महायुति की एकजुटता के रूप में देखा जा रहा है, जहां बीएमसी देश की सबसे अमीर नगरपालिकाओं में से एक मानी जाती है।
महायुति का एक अन्य घटक दल, उपमुख्यमंत्री अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी), इस बार बीएमसी चुनाव अलग-अलग लड़ रही है। एनसीपी अब तक 64 उम्मीदवारों की घोषणा कर चुकी है। इससे साफ है कि महायुति के भीतर सभी दलों ने बीएमसी चुनाव के लिए अलग रणनीति अपनाई है।
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महाराष्ट्र की 29 नगर निगमों, जिनमें मुंबई भी शामिल है, के चुनाव 15 जनवरी को होंगे और मतगणना अगले दिन की जाएगी। 2017 के बीएमसी चुनाव में कुल 227 सीटों में भाजपा ने शिवसेना के गढ़ माने जाने वाले मुंबई में बड़ी बढ़त बनाई थी और 82 सीटें जीती थीं, जबकि अविभाजित शिवसेना को 84 सीटें मिली थीं।
उस चुनाव में कांग्रेस तीसरे स्थान पर रही थी और उसे 31 सीटें मिली थीं। वहीं, अविभाजित एनसीपी और राज ठाकरे की MNS को क्रमशः 9 और 7 सीटों पर संतोष करना पड़ा था। AIMIM ने पहली बार चुनाव लड़ते हुए तीन सीटें जीती थीं, समाजवादी पार्टी को छह, अखिल भारतीय सेना को एक और निर्दलीयों को चार सीटें मिली थीं।
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