केंद्रीय मंत्री मुरलीधर मोहोल ने शनिवार को किसान नेता राजू शेट्टी द्वारा लगाए गए आरोपों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा कि उनका जैन समुदाय की किसी भी संपत्ति की खरीद-फरोख्त से कोई संबंध नहीं है।
राजू शेट्टी ने आरोप लगाया था कि पुणे स्थित एक जैन धार्मिक ट्रस्ट की संपत्ति की खरीद में मोहोल का अप्रत्यक्ष रूप से हाथ है और इस सौदे में कई अनियमितताएं हुई हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मोहोल ने कहा कि यह आरोप पूरी तरह झूठे, निराधार और राजनीतिक रूप से प्रेरित हैं। उन्होंने कहा, “मैंने अपने जीवन में हमेशा पारदर्शिता और ईमानदारी को महत्व दिया है। किसी भी तरह की गलत गतिविधि या संपत्ति लेन-देन से मेरा कोई संबंध नहीं है।”
मोहोल ने आगे कहा कि वे इस मामले में कानूनी कार्रवाई पर भी विचार कर रहे हैं ताकि उनकी छवि को नुकसान पहुँचाने की कोशिश करने वालों को जवाब दिया जा सके। उन्होंने बताया कि उन्होंने इस विषय में अपने वकीलों से सलाह ली है और यदि आवश्यक हुआ तो मानहानि का मुकदमा भी दर्ज किया जाएगा।
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राजू शेट्टी ने हाल ही में मीडिया से बातचीत में कहा था कि जैन समाज की एक मूल्यवान संपत्ति को कम कीमत पर बेचे जाने के पीछे “राजनीतिक प्रभाव” काम कर रहा है। हालांकि, मंत्री मोहोल ने इसे “जनता को भ्रमित करने का प्रयास” बताया और कहा कि “राजनीतिक लाभ के लिए झूठ फैलाया जा रहा है।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि वे हमेशा स्वच्छ राजनीति में विश्वास करते हैं और जनता से अनुरोध किया कि वे अफवाहों पर विश्वास न करें।
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