बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार रविवार (21 दिसंबर, 2025) को दो दिवसीय दौरे पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लिए रवाना हुए। इस दौरान उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित एनडीए के शीर्ष नेताओं से मुलाकात करने की संभावना है। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री के दिल्ली प्रवास के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य वरिष्ठ भाजपा नेताओं से भी बातचीत हो सकती है।
जद(यू) प्रमुख से जुड़े सूत्रों ने बताया कि रिकॉर्ड पांचवीं बार लगातार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लगभग एक महीने बाद यह नीतीश कुमार की पहली दिल्ली यात्रा है। उल्लेखनीय है कि शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी समेत कई केंद्रीय मंत्री और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री पटना पहुंचे थे। इनमें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा और महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी शामिल थे।
सूत्रों का कहना है कि इस दिल्ली दौरे के दौरान बिहार मंत्रिमंडल के विस्तार पर भी अहम चर्चा हो सकती है। संभावना है कि मकर संक्रांति के बाद मंत्रिमंडल विस्तार की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसके अलावा, हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त होने के बाद राज्य मंत्रिमंडल से इस्तीफा देने वाले नितिन नवीन के स्थान पर नए मंत्री की नियुक्ति पर भी विचार किया जा सकता है।
और पढ़ें: आरजेडी का आरोप: जीतन राम मांझी ने वोटों की हेराफेरी से जितवाया चुनाव
एक और अहम मुद्दा, जिस पर चर्चा संभव है, वह है मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इकलौते बेटे निशांत कुमार के राजनीति में प्रवेश को लेकर चल रही अटकलें। हाल ही में जद(यू) के कार्यकारी अध्यक्ष और नीतीश कुमार के करीबी संजय कुमार झा ने कहा था कि पार्टी के भीतर निशांत कुमार के सार्वजनिक जीवन में आने को लेकर मजबूत संभावना है और उम्मीद जताई थी कि 47 वर्षीय निशांत इस पर जल्द फैसला लेंगे।
इसके साथ ही, वर्ष 2026 में होने वाले राज्यसभा और बिहार विधान परिषद की कुछ सीटों के चुनावों पर भी बातचीत हो सकती है। विधानसभा में एनडीए की मजबूत स्थिति को देखते हुए, गठबंधन को इन चुनावों में कमजोर विपक्ष की तुलना में बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद है।
और पढ़ें: हिजाब हटाने के वीडियो पर भड़की RJD, नीतीश कुमार पर साधा निशाना