जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर स्थित नौगाम पुलिस स्टेशन में शुक्रवार देर रात (14 नवंबर 2025) एक भीषण और आकस्मिक विस्फोट हुआ, जिसमें कई लोगों की मौत हो गई और 27 से अधिक घायल हो गए। यह विस्फोट तब हुआ जब अधिकारी ‘व्हाइट-कॉलर’ टेरर मॉड्यूल मामले में जब्त किए गए बड़ी मात्रा में विस्फोटकों के नमूने निकाल रहे थे। अधिकारियों के अनुसार, मृतकों में ज्यादातर पुलिसकर्मी, फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) के कर्मचारी और राजस्व विभाग के अधिकारी शामिल हैं। अब तक आठ शव घटनास्थल से बरामद किए गए हैं, जबकि घायलों को श्रीनगर के विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
घटना में मारे गए लोगों में एफएसएल के तीन अधिकारी, राजस्व विभाग के दो लोग जिनमें एक नायब तहसीलदार शामिल है, दो पुलिस फोटोग्राफर, राज्य जांच एजेंसी (SIA) का एक सदस्य और एक दर्जी बताया जा रहा है। विस्फोट इतना तेज था कि पुलिस स्टेशन के भीतर कई हिस्से क्षतिग्रस्त हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि यह विस्फोट 360 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री के नमूना विश्लेषण के दौरान हुआ, जिसे गिरफ्तार डॉक्टर मुज़म्मिल गनई के किराए के घर से बरामद किया गया था। इससे पहले पुलिस ने हाल ही में एक इंटर-स्टेट टेरर मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था और लगभग 2,900 किलोग्राम विस्फोटक जब्त किए थे।
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लद्दाख के उपराज्यपाल कविंदर गुप्ता ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना जताई। उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की।
घटनास्थल से मिले शवों को पुलिस कंट्रोल रूम, श्रीनगर भेज दिया गया है। घायलों में कम से कम 24 पुलिसकर्मी और तीन नागरिक शामिल हैं। पुलिस ने कहा कि मृतकों की पहचान की प्रक्रिया जारी है।
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