पेंगुइनों के “कंकड़ वाले प्रस्ताव” ने इंटरनेट पर लोगों का दिल जीत लिया है। यह विचार जितना प्यारा और रोमांटिक लगता है, उसके पीछे उतना ही ठोस वैज्ञानिक आधार भी मौजूद है। आपने शायद यह सुना या पढ़ा होगा कि नर पेंगुइन अपनी मादा साथी को कंकड़ भेंट कर प्रेम प्रस्ताव देता है। यह जानवरों से जुड़ा ऐसा तथ्य है, जो चेहरे पर मुस्कान ला देता है। लेकिन क्या यह सच है? क्या पेंगुइन सचमुच अपने पंखों से कंकड़ बढ़ाकर जीवनभर के रिश्ते का संकेत देते हैं?
असल में, कई पेंगुइन प्रजातियों—खासतौर पर एडेली और जेंटू पेंगुइन—में कंकड़ों की भूमिका प्रेमालाप में बेहद अहम होती है। हालांकि, ये कंकड़ हीरे की अंगूठी की तरह प्रतीकात्मक नहीं होते, बल्कि व्यावहारिक महत्व रखते हैं। पेंगुइन चट्टानी तटों पर अपने घोंसले बनाते हैं और इसके लिए जो भी पत्थर या कंकड़ मिलते हैं, उनका इस्तेमाल करते हैं। एक मजबूत और अच्छी तरह बना घोंसला अंडों को बर्फ के पिघलने, शिकारी जानवरों और अचानक चलने वाली तेज हवाओं से बचाने में मदद करता है।
यहीं से कंकड़ वाले “प्रस्ताव” की कहानी शुरू होती है। नर पेंगुइन अक्सर प्रेमालाप के दौरान मादा को एक चिकना और सही आकार का कंकड़ भेंट करता है। यह एक व्यावहारिक संकेत होता है—कि वह मजबूत घोंसला बनाने में सक्षम है—और साथ ही एक भावनात्मक संदेश भी देता है कि उसने अपनी साथी को चुन लिया है।
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यदि मादा पेंगुइन उस कंकड़ को स्वीकार कर लेती है, तो वह आमतौर पर उसे अपने घोंसले में रखती है। इसके बाद यह जोड़ा उस मौसम के लिए, और कुछ प्रजातियों में कई वर्षों तक, एक-दूसरे से जुड़ा रह सकता है।
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