कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है, यह आरोप लगाते हुए कि वे बिहार में महिलाओं को ₹10,000 की राशि देने को लेकर ‘वोट रेवड़ी’ और ‘वोट चोरी’ में लिप्त हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता जयाराम रमेश ने कहा कि पीएम मोदी पहले कर्नाटक में कांग्रेस सरकार की आलोचना कर रहे थे, जिसने 1.3 करोड़ महिलाओं को गृहा लक्ष्मी योजना के तहत प्रति माह ₹2,000 प्रदान किए थे।
रमेश ने कहा कि अब खुद प्रधानमंत्री मोदी इस तरह की वित्तीय मदद देकर महिलाओं को लाभान्वित कर रहे हैं, जो उनके लिए वोटों का साधन बन रही है। उन्होंने यह भी कहा कि यह राजनीति में दोहरे मानदंड और विरोधाभास को दर्शाता है। कांग्रेस का तर्क है कि जनता को योजनाओं के पीछे राजनीतिक मकसद को समझना चाहिए और केवल वोटों के लालच में इन पहलों का स्वागत नहीं करना चाहिए।
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में सरकारों और नेताओं को सार्वजनिक धन का उपयोग पारदर्शिता और नैतिकता के साथ करना चाहिए। केवल चुनावी लाभ के लिए योजनाओं का प्रचार करना लोकतंत्र की मूल भावना के खिलाफ है।
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कांग्रेस के इस बयान ने बिहार और कर्नाटक में दोनों ही राज्यों में राजनीतिक बहस और चर्चा को बढ़ावा दिया है। जनता और मीडिया इस मुद्दे पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं कि क्या यह वित्तीय सहायता वास्तविक जरूरतों के लिए है या चुनावी रणनीति का हिस्सा।
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