प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर के अपने दौरे के दौरान राज्य में शांति और सौहार्द बनाए रखने की जोरदार अपील की। उन्होंने कहा कि मणिपुर की प्रगति और समृद्धि का रास्ता तभी संभव है जब लोग मिलकर शांति और एकता के साथ आगे बढ़ें।
मोदी ने विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों और आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों (IDPs) से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने उनकी समस्याओं को ध्यानपूर्वक सुना और भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार हर संभव सहायता देगी। उन्होंने कहा कि भारत सरकार मणिपुर के पुनर्निर्माण और विकास के लिए दीर्घकालिक योजना पर काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। उन्होंने बताया कि इन परियोजनाओं का उद्देश्य मणिपुर की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करना और युवाओं के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है। मोदी ने कहा, “समृद्धि का मार्ग शांति से होकर ही गुजरता है। यदि राज्य में शांति होगी, तो विकास की कोई भी बाधा हमें रोक नहीं पाएगी।”
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पीएम ने युवाओं को विशेष रूप से संबोधित करते हुए उन्हें शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि केंद्र और राज्य सरकारें मिलकर मणिपुर की सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक ताने-बाने को सुरक्षित रखने के लिए काम करेंगी।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मोदी का यह दौरा मणिपुर में लंबे समय से जारी अस्थिरता को कम करने और जनता के बीच विश्वास बहाल करने की दिशा में एक अहम कदम है।
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