आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में किसान कांग्रेस नेताओं ने यूरिया की कृत्रिम कमी का आरोप लगाया है। उनके अनुसार, जिले के विभिन्न हिस्सों में यूरिया की आपूर्ति बाधित की जा रही है, जिससे किसानों को अपनी फसल के लिए आवश्यक खाद नहीं मिल पा रही है। किसान नेताओं का कहना है कि यह कमी स्वाभाविक नहीं है, बल्कि कुछ व्यापारिक और सरकारी तंत्र द्वारा जानबूझकर बनाई गई है।
किसान कांग्रेस के नेताओं ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही यूरिया की आपूर्ति सामान्य नहीं हुई, तो वे बड़े पैमाने पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि यूरिया की कमी से किसानों की फसलें प्रभावित होंगी और उनका आर्थिक नुकसान बढ़ सकता है। यह स्थिति विशेषकर रबी और खरीफ फसलों की तैयारी और कटाई के समय गंभीर संकट पैदा कर सकती है।
किसान नेताओं ने स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार से अपील की है कि वे आपूर्ति श्रृंखला की निगरानी करें और सुनिश्चित करें कि यूरिया सीधे किसानों तक पहुंचे। उनका कहना है कि केवल पर्याप्त मात्रा में यूरिया उपलब्ध कराने से ही कृषि उत्पादन और किसानों की आय स्थिर रह सकती है।
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इसके अलावा, किसान कांग्रेस ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ व्यापारी और ठेकेदार इस कमी का फायदा उठाकर यूरिया की कीमतें बढ़ा रहे हैं, जिससे किसानों पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि यह न केवल किसानों के हितों के खिलाफ है, बल्कि राज्य की कृषि व्यवस्था के लिए भी नुकसानदेह है।
किसान कांग्रेस नेताओं का स्पष्ट संदेश है कि सरकार को इस मुद्दे पर तुरंत ध्यान देना होगा, अन्यथा वे संगठनात्मक आंदोलन के माध्यम से अपनी मांगों को मजबूती से उठाएंगे।
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