कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने मतदाता सूची से जुड़े मामले को “बहुत बड़ा मुद्दा” बताते हुए सरकार से संसद में इस पर बहस की मांग की है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब मामला मतदाता सूची से संबंधित है, तो विपक्ष को इसे बार-बार उठाने से क्यों रोका जाना चाहिए।
प्रियंका गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “यह बहुत बड़ा मुद्दा है। सरकार को इस पर चर्चा के लिए तैयार होना चाहिए क्योंकि यह लोकतंत्र की नींव से जुड़ा सवाल है। मतदाता सूची में पारदर्शिता और निष्पक्षता चुनावी प्रक्रिया के लिए बेहद जरूरी है।”
उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष का कर्तव्य है कि वह जनता से जुड़े मुद्दों को उठाए और सरकार को जवाबदेह बनाए। “अगर मतदाता सूची में गड़बड़ी या विसंगति है, तो इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। विपक्ष का दायित्व है कि वह सरकार से जवाब मांगे और इस पर संसद में बहस कराए,” उन्होंने जोड़ा।
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प्रियंका गांधी का यह बयान उस समय आया है जब विपक्ष लगातार मतदाता सूची में अनियमितताओं को लेकर आवाज उठा रहा है। विपक्षी दलों का कहना है कि इस मुद्दे पर पारदर्शी जांच और चर्चा जरूरी है ताकि चुनावी प्रक्रिया में जनता का भरोसा कायम रहे।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस बयान से आगामी राजनीतिक बहस और भी तेज हो सकती है। विपक्ष चाहता है कि सरकार मतदाता सूची से संबंधित सभी सवालों का स्पष्ट जवाब दे और भविष्य में चुनावी पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए।
कांग्रेस पार्टी ने भी ऐलान किया है कि वह इस मुद्दे को संसद में मजबूती से उठाएगी और आवश्यक होने पर विरोध प्रदर्शन भी करेगी।
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