राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक अहम मोड़ तब आया जब सह-आरोपी सिलॉम जेम्स को अदालत ने जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया। इस जघन्य हत्या मामले में जेम्स की भूमिका को लेकर लंबे समय से जांच चल रही थी, लेकिन कोर्ट ने उपलब्ध साक्ष्यों और याचिकाकर्ता के तर्कों को सुनने के बाद उन्हें शर्तों के साथ अंतरिम जमानत प्रदान की।
जांच एजेंसियों का आरोप है कि राजा रघुवंशी की हत्या एक सुनियोजित साजिश के तहत की गई थी, जिसमें सिलॉम जेम्स को भी संलिप्त माना गया था। हालांकि, जेम्स के वकीलों ने दलील दी कि उनके मुवक्किल के खिलाफ सीधे कोई पुख्ता सबूत नहीं हैं और उन्हें झूठा फंसाया गया है।
कोर्ट ने कहा कि फिलहाल मामले की जांच जारी है और जब तक दोष साबित नहीं होता, तब तक आरोपी को न्यायिक राहत देना उचित है। हालांकि, अदालत ने जेम्स को कुछ सख्त शर्तों के साथ जमानत दी है – जैसे कि देश नहीं छोड़ना, जांच में सहयोग करना और गवाहों को प्रभावित न करना।
इस मामले में अब तक कई लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है और पुलिस इस हत्या की पार्श्वभूमि और साजिश के पहलुओं की गहराई से जांच कर रही है।
राजा रघुवंशी एक स्थानीय प्रभावशाली नेता थे जिनकी हत्या ने इलाके में काफी हलचल मचाई थी। अब इस जमानत के फैसले से मामले में कानूनी बहस और राजनीतिक चर्चाएं और तेज़ हो सकती हैं।