कर्नाटक के चित्तपुर में प्रस्तावित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की मार्च रैली को जिला प्रशासन ने कानून-व्यवस्था की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अनुमति देने से इनकार कर दिया है। पुलिस ने चेतावनी दी है कि अगर एक ही मार्ग पर कई संगठनों को रैली की अनुमति दी गई तो स्थिति तनावपूर्ण हो सकती है और साम्प्रदायिक या सामाजिक टकराव की आशंका है।
सूत्रों के अनुसार, आरएसएस ने चित्तपुर में मार्च आयोजित करने की अनुमति मांगी थी, लेकिन उसी मार्ग पर भीम आर्मी और दलित पैंथर्स ने भी जुलूस निकालने की अनुमति मांगी थी। पुलिस ने कहा कि एक ही दिन और एक ही मार्ग पर इन संगठनों की रैली आयोजित करने से कानून-व्यवस्था के बिगड़ने का खतरा है।
कलबुर्गी जिले के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि प्रशासन ने सभी पक्षों से बातचीत की है और फिलहाल किसी भी संगठन को रैली की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि शांति और सामंजस्य बनाए रखना सर्वोच्च प्राथमिकता है, इसलिए किसी भी संभावित विवाद को टालने के लिए यह निर्णय लिया गया है।
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अधिकारियों ने बताया कि इलाके में पहले से ही सुरक्षा बलों की अतिरिक्त तैनाती की गई है ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। उन्होंने चेतावनी दी कि बिना अनुमति कोई भी संगठन जुलूस निकालने की कोशिश करेगा तो उसके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन ने सभी समुदायों और संगठनों से संयम बरतने और कानून का पालन करने की अपील की है, ताकि चित्तपुर में शांति और व्यवस्था बनी रहे।
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