एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने अलग-अलग रिश्वत के मामलों में तीन सरकारी अधिकारियों और एक निजी सर्वेक्षक को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी भ्रष्टाचार को रोकने और न्याय सुनिश्चित करने के लिए की गई कार्रवाई का हिस्सा है। सभी तीन मामले फिलहाल जांच के दायरे में हैं और शिकायतकर्ताओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उनकी पहचान गोपनीय रखी गई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, विभिन्न सरकारी विभागों में कार्यरत ये अधिकारी रिश्वत लेते पाए गए। वहीं, निजी सर्वेक्षक भी अपनी सेवाओं के बदले अवैध राशि लेने के आरोप में गिरफ्तार हुआ है। इन मामलों की जांच चल रही है ताकि पूरी सच्चाई सामने आ सके और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
शिकायतकर्ताओं की सुरक्षा को लेकर एंटी करप्शन ब्यूरो ने विशेष सावधानी बरती है ताकि वे बिना किसी भय के जांच में सहयोग कर सकें। अधिकारियों का कहना है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि प्रशासनिक प्रणाली में पारदर्शिता और ईमानदारी बनी रहे।
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एंटी करप्शन ब्यूरो के इस कदम को आम जनता ने सकारात्मक रूप में लिया है क्योंकि इससे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ संदेश जाएगा कि कोई भी रिश्वतखोरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इससे सरकारी सेवा प्रणाली में सुधार और विश्वसनीयता बढ़ेगी।
अभी जांच पूरी नहीं हुई है, लेकिन जल्द ही अधिकारियों और सर्वेक्षक के खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में आगे की अपडेट आने पर जनता को सूचित किया जाएगा।
इस प्रकार, भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन की दिशा में यह एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।
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