अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से अमेरिकी न्याय विभाग (U.S. Department of Justice) से आग्रह किया है कि उनके विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। ट्रंप ने कहा कि उनके खिलाफ कई सालों से चल रही जांचें राजनीतिक रूप से प्रेरित ‘विच हंट’ जैसी थीं।
विशेष रूप से, ट्रंप ने कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य एडम शिफ़ और न्यूयॉर्क की अटॉर्नी जनरल लेटिशिया जेम्स का नाम लिया। ये दोनों अधिकारी पहले भी ट्रंप के कार्यकाल के दौरान और उसके बाद उनकी कई नीतियों और कार्यों की जांच कर चुके हैं। ट्रंप का कहना है कि ये जांचें केवल उन्हें और उनके राजनीतिक सहयोगियों को नुकसान पहुंचाने के लिए की गईं।
राष्ट्रपति का यह बयान अमेरिका में राजनीतिक और कानूनी माहौल में नई बहस को जन्म दे रहा है। आलोचक इसे लोकतांत्रिक संस्थाओं पर दबाव बनाने और न्यायिक प्रणाली के स्वतंत्र कामकाज को प्रभावित करने की कोशिश के रूप में देख रहे हैं। वहीं, उनके समर्थक इसे राजनीतिक दुश्मनों के खिलाफ जवाब देने का साहसिक कदम मान रहे हैं।
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विशेषज्ञों का कहना है कि न्याय विभाग की भूमिका निष्पक्ष और स्वतंत्र रहना है, और किसी भी राजनीतिक दबाव के बिना मामलों की जांच करनी चाहिए। ट्रंप का यह सार्वजनिक आग्रह न्याय विभाग और अमेरिकी राजनीतिक व्यवस्था के बीच संतुलन पर सवाल खड़ा करता है।
इस तरह, ट्रंप ने न केवल अपने विरोधियों पर कार्रवाई की मांग की है, बल्कि अमेरिका में राजनीतिक और कानूनी संस्थाओं की कार्यप्रणाली पर भी ध्यान आकर्षित किया है। यह घटनाक्रम आगामी राजनीतिक और न्यायिक बहसों में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
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