संयुक्त राष्ट्र (UN) ने बताया कि यमन के तट के पास नाव पलटने से कम से कम 68 अफ्रीकी प्रवासियों की मौत हो गई है। यह हादसा उस समय हुआ जब प्रवासी नाव के जरिए खतरनाक समुद्री मार्ग से गुजर रहे थे।
रिपोर्ट के मुताबिक, नाव में बड़ी संख्या में अफ्रीकी प्रवासी मौजूद थे, जो बेहतर जीवन और रोजगार की तलाश में यमन के रास्ते खाड़ी देशों की ओर बढ़ रहे थे। हादसे के बाद राहत और बचाव अभियान चलाया गया, जिसमें कई शव बरामद किए गए और कुछ लोगों को बचा लिया गया।
संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (IOM) ने कहा कि इस तरह की घटनाएं प्रवासियों की जान के लिए बड़ा खतरा बनी हुई हैं। उन्होंने बताया कि नाव पलटने का मुख्य कारण ओवरलोडिंग और खराब मौसम था।
और पढ़ें: त्रिपुरा में BJP की सहयोगी IPFT ने विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) की मांग की
IOM ने चेतावनी दी है कि अफ्रीका से खाड़ी देशों तक जाने वाले प्रवासी लगातार खतरनाक परिस्थितियों में यात्रा कर रहे हैं, जिससे बड़ी संख्या में लोगों की जान जा रही है। संयुक्त राष्ट्र ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वे सुरक्षित और कानूनी प्रवास के विकल्पों को मजबूत करें ताकि ऐसी त्रासदियों को रोका जा सके।
विशेषज्ञों का कहना है कि गरीबी, बेरोजगारी और राजनीतिक अस्थिरता के कारण अफ्रीकी प्रवासी जोखिम भरी यात्राएं करने को मजबूर हैं। हाल के वर्षों में यमन के तट के पास प्रवासी नाव हादसों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है।
और पढ़ें: कॉन्ट्रैक्ट प्रस्ताव ठुकराने के बाद 3,200 से ज्यादा बोइंग फाइटर जेट कर्मचारी हड़ताल पर