अमेरिकी कांग्रेस बुधवार को सत्र समाप्त कर शहर से लौट गई, लेकिन सरकारी खर्चों को लेकर चला आ रहा गतिरोध अभी तक सुलझ नहीं पाया। शटडाउन अब कम से कम शुक्रवार तक खिंचने वाला है, जब सदस्य दोबारा वोटिंग के लिए लौटेंगे। हालांकि दोनों दल अपनी-अपनी स्थिति पर अड़े हुए हैं, इसलिए यह संकट और लंबा खिंचने की आशंका जताई जा रही है।
इस बीच व्हाइट हाउस ने डेमोक्रेट्स पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बजट प्रमुख ने रिपब्लिकन सांसदों को चेताया कि अगले दो दिनों में बड़े पैमाने पर छंटनी शुरू हो सकती है। उनका कहना था कि उन एजेंसियों पर असर पड़ेगा जो ट्रंप प्रशासन की प्राथमिकताओं में फिट नहीं बैठतीं। वहीं डेमोक्रेट्स ने इस खतरे को गंभीरता से लेने से इंकार किया। हाउस माइनॉरिटी लीडर हकीम जेफ़्रीज़ ने आरोप लगाया कि ट्रंप प्रशासन पहले दिन से ही सरकारी कर्मचारियों की संख्या घटा रहा है और इस बार भी वैसा ही हो रहा है। दूसरी ओर सीनेट डेमोक्रेट्स ने रिपब्लिकन की उस फंडिंग योजना को खारिज कर दिया जिसमें ओबामाकेयर सब्सिडी का प्रावधान नहीं था।
आगे की राह को लेकर स्थिति अब भी अनिश्चित है। व्हाइट हाउस ने न्यूयॉर्क की दो अहम इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के लिए 18 अरब डॉलर रोक दिए, जिसे लेकर डेमोक्रेट्स ने कड़ी नाराजगी जताई। सीनेटरों का एक द्विदलीय समूह समाधान खोजने के लिए सक्रिय हो गया है। वे एक ऐसे समझौते पर विचार कर रहे हैं जिसमें ओबामाकेयर सब्सिडी मौजूदा स्तर से थोड़ी कम हो और साथ ही अन्य आवंटन विधेयकों पर भी प्रगति हो सके। फिलहाल सभी की निगाहें आने वाले सत्र पर टिकी हैं।
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