अमेरिका में संघीय सरकार आधिकारिक रूप से शटडाउन की स्थिति में चली गई है। यह संकट तब उत्पन्न हुआ जब सीनेट सरकार के संचालन के लिए आवश्यक फंडिंग बिल पारित करने में विफल रही। आधी रात के बाद सरकारी फंडिंग कट जाने से कई संघीय सेवाएँ अस्थायी रूप से ठप हो गईं।
सूत्रों के अनुसार, सरकार का दैनिक संचालन भारी रूप से प्रभावित होगा। लाखों संघीय कर्मचारी “फर्लो” यानी बिना वेतन की छुट्टी पर भेजे जा सकते हैं। साथ ही, राष्ट्रीय उद्यान, संग्रहालय, वीज़ा और पासपोर्ट सेवाओं जैसी कई सार्वजनिक सेवाएँ बाधित होंगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि शटडाउन का असर न केवल सरकारी सेवाओं पर, बल्कि अर्थव्यवस्था और नागरिकों के दैनिक जीवन पर भी पड़ सकता है। कई संवेदनशील क्षेत्रों, जैसे रक्षा और आपातकालीन सेवाएँ, काम करती रहेंगी, लेकिन गैर-जरूरी मानी जाने वाली सेवाएँ बंद कर दी जाएँगी।
और पढ़ें: संभावित शटडाउन से पहले संघीय कर्मचारियों की छंटनी योजना बनाने के निर्देश
सीनेट में गतिरोध की मुख्य वजह राजनीतिक मतभेद बताए जा रहे हैं। रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक नेताओं के बीच बजट आवंटन और नीतिगत प्राथमिकताओं को लेकर सहमति नहीं बन पाई। इससे सरकार का वित्तीय संचालन रुक गया।
हालांकि, राजनीतिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि आने वाले दिनों में बातचीत से समाधान निकाला जा सकता है। लेकिन फिलहाल अमेरिकी नागरिकों को असुविधा का सामना करना पड़ेगा। पिछले वर्षों में भी कई बार अमेरिका ने शटडाउन का अनुभव किया है, जिससे अर्थव्यवस्था को अरबों डॉलर का नुकसान हुआ था।
और पढ़ें: ईडी ने रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर के ठिकानों पर की छापेमारी