करूर में हुई भगदड़ की घटना के करीब दो महीने बाद, टीवीके (TVK) प्रमुख और अभिनेता विजय ने अपने जनसंपर्क अभियान को फिर से शुरू किया। सीमित प्रवेश वाले एक इनडोर कार्यक्रम में उन्होंने समर्थकों को संबोधित किया। अपने भाषण में विजय ने डीएमके पर सीधा और तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि “डीएमके की मूल विचारधारा लूट है।”
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन द्वारा टीवीके पर “विचारधारा की कमी” बताने वाली टिप्पणी का जवाब देते हुए विजय ने कहा कि उनकी पार्टी स्पष्ट मूल्यों पर आधारित है। उन्होंने कहा, “क्या हमारे पास उस पार्टी की विचारधारा नहीं है जो जन्म से सभी को समान मानने का सिद्धांत रखती है? क्या हमारे पास सामाजिक न्याय के लिए जाति जनगणना की मांग करने, सीएए का विरोध करने, वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने और शिक्षा को राज्य सूची में लाने की मांग करने की विचारधारा नहीं है?”
विजय ने डीएमके पर 'वंशवाद' का आरोप भी लगाया। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री करुणानिधि के पुराने बयान का जिक्र करते हुए कहा कि "किसने कहा था कि पार्टी कोई शंकर मठ नहीं है?" उन्होंने बिना नाम लिए डीएमके नेतृत्व पर सवाल उठाए।
और पढ़ें: चेन्नई में रिवर्स पार्किंग के दौरान कार की चपेट में आने से सुरक्षा गार्ड की मौत
उन्होंने आरोप लगाया कि डीएमके केवल शब्दों में विचारधारा का दिखावा करती है, लेकिन पर्दे के पीछे समझौते कर अपने ही सिद्धांत गिरवी रख देती है। विजय ने यह भी कहा कि डीएमके टीवीके समर्थकों को “अज्ञानी” कहकर जनता का अपमान कर रही है।
विजय ने कहा कि यदि टीवीके सत्ता में आती है, तो हर परिवार को घर, हर घर को मोटरसाइकिल और पूरे राज्य में बेहतर कानून-व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।
वहीं, डीएमके ने विजय के आरोपों को “निराधार” बताया। पार्टी के प्रवक्ता सैयद हफ़ीज़ुल्लाह ने कहा कि “एंटी-डीएमके राजनीति पर बनने वाली पार्टियाँ तमिलनाडु में टिक नहीं पातीं।”
टीवीके ने कहा कि उन्हें सलेम बैठक के लिए पुलिस से अनुमति नहीं मिली, इसलिए इनडोर कार्यक्रम एक मजबूरी थी और उनका जनसंपर्क अभियान जारी रहेगा।
और पढ़ें: बेंगलुरु एटीएम वैन लूट मामले में सातवां आरोपी गिरफ्तार