दिल्ली में दुर्गा पूजा के अवसर पर आयोजित भव्य पंडालों में इस बार एक खास दृश्य देखने को मिला। केंद्रीय मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता स्मृति ईरानी पारंपरिक बंगाली साड़ी में सज-धजकर दुर्गा पूजा पंडाल पहुंचीं और वहां परंपरागत ‘धुनुची नृत्य’ करती नजर आईं।
धुनुची नृत्य बंगाल की दुर्गा पूजा परंपरा का अहम हिस्सा है, जिसमें महिलाएं धुनुची (अगरबत्ती जलाने वाले मिट्टी के पात्र) हाथों में लेकर मां दुर्गा की स्तुति करती हैं। स्मृति ईरानी ने अन्य महिलाओं के साथ मिलकर इस नृत्य में हिस्सा लिया और वहां मौजूद लोगों ने तालियों और जयकारों के साथ उनका उत्साह बढ़ाया।
सोशल मीडिया पर उनके इस पारंपरिक रूप और नृत्य का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। कई लोगों ने स्मृति ईरानी की इस पहल को भारतीय सांस्कृतिक विविधता और एकता का प्रतीक बताया है। वहीं, भाजपा समर्थकों ने इसे उनकी सरलता और सांस्कृतिक जुड़ाव का उदाहरण कहा।
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पंडाल में मौजूद आयोजकों और श्रद्धालुओं ने कहा कि ईरानी के शामिल होने से कार्यक्रम में अलग ही उत्साह देखने को मिला। उन्होंने परंपरा के प्रति सम्मान दिखाते हुए बंगाली संस्कृति की महत्ता को और गहराई से प्रस्तुत किया।
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह की घटनाएं न केवल राजनीति को जनता से जोड़ती हैं, बल्कि विविध भारतीय परंपराओं को राष्ट्रीय मंच पर प्रस्तुत करने का अवसर भी देती हैं।
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