अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए चौथे एशेज टेस्ट मैच में इस्तेमाल की गई मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) की पिच को “असंतोषजनक” करार दिया है। सोमवार (29 दिसंबर 2025) को ICC ने अपने आधिकारिक बयान में कहा कि यह पिच अत्यधिक रूप से गेंदबाजों के पक्ष में थी, जिसके चलते मैदान को एक डिमेरिट प्वाइंट दिया गया है।
मैच रेफरी जेफ क्रो द्वारा तैयार की गई आकलन रिपोर्ट में बताया गया कि पिच पर बल्लेबाजों के लिए हालात बेहद कठिन थे। टेस्ट मैच के पहले ही दिन 20 विकेट गिर गए थे, जबकि दूसरे दिन 16 विकेट और गिर गए। पूरे मैच में कोई भी बल्लेबाज अर्धशतक तक नहीं पहुंच सका। यह मुकाबला केवल दो दिनों में समाप्त हो गया, जिसमें इंग्लैंड ने चार विकेट से जीत हासिल की।
ICC के बयान में कहा गया, “मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में खेले गए चौथे एशेज टेस्ट की पिच को ICC पिच और आउटफील्ड मॉनिटरिंग प्रक्रिया के तहत ‘Unsatisfactory’ माना गया है और मैदान को एक डिमेरिट प्वाइंट दिया गया है।” ICC के नियमों के अनुसार, यदि किसी मैदान को कुल छह डिमेरिट प्वाइंट मिल जाते हैं, तो उस स्थल पर 12 महीने का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
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जेफ क्रो ने अपने फैसले को स्पष्ट करते हुए कहा कि MCG की पिच गेंदबाजों के लिए जरूरत से ज्यादा मददगार थी। उन्होंने कहा कि ICC के दिशा-निर्देशों के अनुसार यह पिच संतुलित नहीं मानी जा सकती, क्योंकि बल्लेबाजों को अपनी क्षमता दिखाने का पर्याप्त मौका नहीं मिला।
इस पिच को लेकर कड़ी आलोचना भी हुई। इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा कि यह पिच खेल के लिए अच्छी नहीं थी, जबकि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने इसे व्यावसायिक दृष्टि से नुकसानदेह बताया। दर्शकों ने केवल 142 ओवरों में कुल 36 विकेट गिरते देखे।
हालांकि इंग्लैंड ने 2011 के बाद ऑस्ट्रेलिया की धरती पर अपनी पहली टेस्ट जीत दर्ज की, लेकिन ऑस्ट्रेलिया पहले ही शुरुआती तीन टेस्ट जीतकर एशेज सीरीज अपने नाम कर चुका है और 3-0 की अजेय बढ़त बनाए हुए है। सीरीज का अंतिम टेस्ट 4 जनवरी से सिडनी में खेला जाएगा।
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