भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने श्रीलंका के खिलाफ पांच मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में अब तक एकतरफा प्रदर्शन करते हुए अपनी श्रेष्ठता पूरी तरह साबित की है। चौथे टी20 में शानदार जीत के साथ टीम इंडिया ने 4-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है और अब उसकी नजर पांचवें व अंतिम मुकाबले में क्लीन स्वीप पर टिकी है।
इस सीरीज में भारत के दबदबे की सबसे बड़ी मिसाल ओपनर शैफाली वर्मा और स्मृति मंधाना की जोड़ी रही है। दोनों ने चौथे मैच में 162 रनों की विस्फोटक ओपनिंग साझेदारी की, जो टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भारत की किसी भी विकेट के लिए अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी है। खास बात यह है कि महिला टी20I में भारत की तीनों सबसे बड़ी साझेदारियां इसी जोड़ी के नाम दर्ज हैं, जो उनकी निरंतरता और आक्रामकता को दर्शाता है।
टीम इंडिया का आत्मविश्वास इस कदर ऊंचा है कि मुकाबले की रणनीति बेहद सरल नजर आती है — अगर पहले गेंदबाजी करनी हो तो विपक्षी टीम को 120 रन के आसपास समेट दो, और अगर पहले बल्लेबाजी करनी हो तो 200 से ऊपर का स्कोर खड़ा कर दो। ‘वीमेन इन ब्लू’ की टीम मीटिंग्स में शायद इसी तरह की सोच के साथ मैदान पर उतरने की तैयारी की गई होगी।
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भारतीय बल्लेबाजों ने जहां हर मैच में आक्रामक रुख अपनाया है, वहीं गेंदबाजों ने भी अनुशासित प्रदर्शन करते हुए श्रीलंकाई बल्लेबाजी क्रम को लगातार दबाव में रखा है। युवा खिलाड़ियों के साथ-साथ अनुभवी सितारों का बेहतरीन तालमेल इस सीरीज में भारत की सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरा है।
अब पांचवें टी20 मुकाबले में टीम इंडिया न सिर्फ जीत दर्ज करना चाहेगी, बल्कि पूरी श्रृंखला को बिना कोई मैच गंवाए समाप्त कर इतिहास रचने के इरादे से मैदान में उतरेगी। श्रीलंका के लिए यह मुकाबला सम्मान बचाने का होगा, जबकि भारत के लिए दबदबा और आत्मविश्वास को और मजबूत करने का मौका।
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